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लुधियाना, 7 नवंबर, 2024: मौसम में बदलाव के साथ रातें ठंडी और दिन सुहावने होते जा रहे हैं, ऐसे में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के कीट विज्ञानियों ने मधुमक्खी पालकों को मधुमक्खियों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है।
संचार विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. टीएस रियार और विस्तार शिक्षा विभाग के प्रमुख डॉ. कुलदीप सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित प्रगतिशील मधुमक्खी पालक संघ (पीबीकेए) के मासिक प्रशिक्षण शिविर में 22 मधुमक्खी पालकों ने भाग लिया।
प्रधान कीट विज्ञानियों डॉ. जसपाल सिंह ने मधुमक्खियों की नियमित निगरानी, सर्दियों में उनकी अतिरिक्त देखभाल और सर्दियों के मौसम में उनके प्रबंधन के लिए अनुशंसित तकनीकों को अपनाने का सुझाव दिया।
उन्होंने कहा कि कई पोषण और स्वास्थ्य लाभों के साथ-साथ चीनी के विकल्प के रूप में शहद की मांग में तेजी देखी गई है।
इसके अलावा, डॉ. सिंह ने शहद में मिलावट के खिलाफ सख्त चेतावनी जारी करते हुए इसकी गुणवत्ता बनाए रखने पर जोर दिया। खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के विशेषज्ञ डॉ. विकास कुमार ने शहद का उपयोग करके आंवला मुरब्बा और कैंडी बनाने का प्रदर्शन किया। पीबीकेए के सचिव जगतार सिंह ने एसोसिएशन के सदस्यों का स्वागत किया, जबकि पीबीकेए के अध्यक्ष जेएस सोही ने एसोसिएशन की गतिविधियों पर विचार-विमर्श किया और धन्यवाद ज्ञापन किया। संचार केंद्र के वरिंदर सिंह ने कार्यक्रम का समन्वयन किया।