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मोहाली 14 जनवरी । अयोध्या धाम मंदिर में श्रीराम जी के बिराजमान होने पर पहली बार मोहाली में संगीतमय श्रीराम कथा का भव्य दिव्य आयोजन 14 से 22 जनवरी 2025 तक होने जा रहा है, यह कथा कथा स्थल श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर बडे हनुमान मंदिर फेस- 3बी2 मोहाली में समस्यत यजमान परिवार एवं भक्तजन की ओर से किया जा रहा है । कथा समय रोजाना शाम 3 बजे से लेकर 6 बजे तक होगा और इससे पहले रोजाना सुबह 8 बजे से 12 बे तक गणेश आदि पूजन, मूल पाठ का आयोजन बडी श्रद्वा-भाव के साथ पूरी विधि-विधान से किया जाएगा ।
गौरतल है कि श्रीराम कथा से पहले आज मोहाली में एक भव्य कलश यातरा का आयोजन किया गया, जिसकी अगुवाई कथा व्यास आचार्य जगदंबा रतूडी ने दी । इस दौरान भारी संख्या में महिला श्रद्वालुओं ने अपने सिर पर कलश लेकर भगवा रंग में जय श्री राम का गुणगान करते हुए पूरे फेस-3बी2 की परिक्रमा की । इस मौके पर मंदिर कमेटी के मौजूदा प्रधान प्रेम कुमार शर्मा, सुभाष चोपडा, करण चोपडा,अमित चोपडा प्रवक्ता हिन्दू तख्त पंजाब, रवि कुमार व अन्य मंदिर कमेटी के पदाधिकारी और भारी संख्या में श्रद्वालु भी उपस्थित थे । बता दें कि जिस भी इलाके से श्रीराम कथा कलश यातरा गुजरी वहां पहले से इंतजार कर रहे श्रद्वालुओं ने फूलों की वर्षा करते हुए नतमस्तक हुए और श्रद्वालुओं के लिए अटूट भंडारे व प्रसाद का लंगर लगाया । इस मौके पर परूष श्रद्वालुओं ने अपने हाथों में श्रीराम के ध्वजा को लेकर यातरा को सफल बनाया और जय श्री राम के जयघोष लगाते हुए दिखाई दिए । इस दौरान मीडिया को जानकारी देते हुए मंदिर कमेटी पदाधिकारी और आचार्य जगदंबा रतूडी ने कहा कि श्री लक्षमी नारायण मंदिर बडे हनुमान फेस-3बी2 में पहली बार संगीतमय श्रीराम कथा का भव्य दिव्य आयोजन होने जा रहा है । उन्होंने कहा कि कथा का आयोजन 14 से 22 जनवरी 2025 तक होगा और कथा में आने वाले सभी श्रद्वालुओं के श्रीराम महा आरती के बाद रोजाना अटूट भंडारा आयोजित किया जा रहा है । उनहोंने बताया कि श्रीमति पूजा सयाल ग्रेवाल एडीसी रोपड मोहाली के कर कमलों से अखंड जोत प्रज्वलित कर कथा का शुभारंभ किया गया । उन्होंने कहा कि इससे पहले रोजाना शाम 7 बजे के करीब रोजाना श्री राम कथा के बाद आए हुए अतिथिगणों को सम्मानित किया जाएगा ।
फोटो नंबरः1 से 5 तक
फोटो कैप्शनःसंगीतमय श्रीराम कथा से पहले निकाली गई भव्य दिव्य कलश यातरा में हिस्सा लेते श्रद्वालु व कथा व्यास आचार्य जगदंबा रतूडी और श्री राम का गुणगान करते और जयघोष लगाते हुए श्रद्वालु