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मोहाली :
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने आज इस बात पर जोर दिया कि भगत कबीर जी की शिक्षाएं और दोहे आज की दुनिया में भी गहरी प्रासंगिकता रखते हैं, जो सामाजिक सद्भाव और मानवीय मूल्यों पर मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। वह भगत कबीर वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज, लांडरां में संत की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।
सेमिनार में बोलते हुए राज्यपाल कटारिया ने भगत कबीर जी की जीवन यात्रा पर प्रकाश डाला। उनका जन्म वाराणसी (काशी) में हुआ था, जहाँ उन्हें कोई औपचारिक शिक्षा नहीं मिली थी, लेकिन जीवन के अनुभवों और संत रामानंद और शेख तकी जैसे आध्यात्मिक दिग्गजों से मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। राज्यपाल ने कहा, “गहरी आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि और सच्चाई से निकले उनके शब्द आज भी लोगों को प्रेरित और मार्गदर्शन करते हैं।”
राज्यपाल ने कबीर जी को भक्ति आंदोलन का केंद्रीय व्यक्तित्व बताते हुए उनके प्रेम, समानता और ईश्वर के प्रति समर्पण के शाश्वत संदेश की प्रशंसा की। उन्होंने विदेशी आक्रमणों और सामाजिक अशांति के दौर में कबीर जी के गहन प्रभाव की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा, “अंधकार के समय में कबीर साहब ने जातिवाद और छुआछूत जैसी सामाजिक बुराइयों को चुनौती देते हुए शांति, एकता और करुणा का संदेश फैलाया।”
राज्यपाल ने इस बात पर जोर दिया कि वंचितों के प्रति सहानुभूति और मानवता के प्रति प्रेम कबीर जी के दर्शन के मूल में थे। उन्होंने जोर देकर कहा, “करुणा के बिना मानवता का अस्तित्व नहीं रह सकता।” उन्होंने सभी नागरिकों से इन शिक्षाओं को अपने दैनिक जीवन में अपनाने का आग्रह किया।
यह सेमिनार श्री हरि शरणम सेवा संस्थान के सहयोग से आयोजित किया गया और इसकी अध्यक्षता संस्थान के संस्थापक महासचिव प्रदीप सिंह हैप्पी और संस्थान के अध्यक्ष विशाल शर्मा ने की।
प्रमुख वक्ताओं में शामिल थे:
डॉ. कुंवर विजय प्रताप सिंह (एमएलए, अमृतसर उत्तर), जिन्होंने कबीर जी को एक सामाजिक वैज्ञानिक और सुधारक के रूप में संदर्भित किया, जिनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
डॉ. कुलदीप अग्निहोत्री (कुलपति, केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला), जिन्होंने सत्ता के सामने सच बोलने में कबीर जी की निर्भीकता पर प्रकाश डाला और उन्हें लोगों की निडर आवाज बताया।
सेमिनार में रशपाल सिंह धालीवाल (अध्यक्ष, चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज), बाल मुकंद शर्मा (अध्यक्ष, पंजाब राज्य खाद्य आयोग), गुरप्रीत सिंह जीपी, परमजीत कौर लांडरां, कुलजीत सिंह बेदी (डिप्टी मेयर, मोहाली), कवलजीत सिंह रूबी और डीएसपी हरसिमरत सिंह बल्ल सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
राज्यपाल कटारिया ने निष्पक्ष और उत्साहपूर्ण तरीके से कार्यक्रम आयोजित करने के लिए फाउंडेशन और संस्थान को धन्यवाद दिया तथा एक न्यायपूर्ण और दयालु समाज के निर्माण में भगत कबीर जी के संदेश की निरंतर प्रासंगिकता की पुष्टि की।